जातिभेद का बिजनाश

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पेशवा के शासन में महाराष्ट्र में सार्वजनिक सड़को पर कोई अछूत चल नही सकता था , अगर उधर से कोई हिन्दू आ रहा होता था क्योंकि अछूत की छाया पड़ने से हिन्दू अशुद्ध हो जाता था । गलती से छू जाने पर कोई हिन्दू अशुद्ध न हो जाय, इशलिये पहचान के तौर पर अछूतो को अपनी कलाई या गले मे काला धागा बाधना पड़ता था । पेशवा की राजधानी पूना में अछूतों को कमर से एक झाड़ू बांधनी पड़ती था जिससे उसे वह रास्ता साफ करना पड़ता था ताकि कोई हिन्दू उधर से गुजरे तो वह न हो

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